tag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post7737449013843645934..comments2024-03-17T19:33:00.050+05:30Comments on न दैन्यं न पलायनम्: कांजी हाउस - गाड़ियों का भीप्रवीण पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comBlogger51125tag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-82047880300651110592013-01-26T16:34:04.932+05:302013-01-26T16:34:04.932+05:30वाहनों का कांजी हाउस !!! बडा रोचक लगा और विचारणीय ...वाहनों का कांजी हाउस !!! बडा रोचक लगा और विचारणीय भी ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-66804507475276449122013-01-10T14:57:42.033+05:302013-01-10T14:57:42.033+05:30कम से कम व्यवस्था तो सुदृढ़ है .... अब तो एक घर म...कम से कम व्यवस्था तो सुदृढ़ है .... अब तो एक घर में ही इतने वाहन हैं हैं कि पार्किंग की दिक्कत हो जाती है । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-73961730199713716892013-01-09T10:42:08.074+05:302013-01-09T10:42:08.074+05:30हमरे यहाँ तो व्यवस्था ही इतनी सुदृढ़ नही है.....बा...हमरे यहाँ तो व्यवस्था ही इतनी सुदृढ़ नही है.....बाकि तो समस्या है ही ..सब जगह !<br />दिल्ली में काज़ी हाउस जगह का नाम तो बचपन से सुनते आ रहें हैं ...पर मतलब आज पता चला ...<br />आभार !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-54726964087382931012013-01-08T20:49:23.149+05:302013-01-08T20:49:23.149+05:30किसी शहर की, यातायात नियन्त्रण की पुलिस व्यवस्थ...किसी शहर की, यातायात नियन्त्रण की पुलिस व्यवस्था को इतनी रोचक शैली में पहली बार जाना-समझा। जानकारी तो बढी ही, आनन्द भी आया।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-85063643441167160862013-01-08T20:41:46.817+05:302013-01-08T20:41:46.817+05:30शहर बड़े हो या छोटे ...पार्किंग की समस्या हर जगह है...शहर बड़े हो या छोटे ...पार्किंग की समस्या हर जगह है Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-66804907725014109342013-01-07T18:15:54.127+05:302013-01-07T18:15:54.127+05:30पार्किंग की समस्या हर जगह है ..गाडी गयी तो बहुत मश...पार्किंग की समस्या हर जगह है ..गाडी गयी तो बहुत मश्कत करने पड़ती हैं ..<br />बहुत बढ़िया प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-84653633731616348142013-01-07T14:58:13.913+05:302013-01-07T14:58:13.913+05:30दिल्ली में तो एक घर में ३-४ गाड़ियाँ होना आम बात ह...दिल्ली में तो एक घर में ३-४ गाड़ियाँ होना आम बात है..कहीं भी जाओ वहीं पार्किंग की समस्या..सार्वजनिक वाहनों की जो स्तिथि है उसमें यात्रा करने की सोच भी नहीं सकते..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-1852392600751349652013-01-07T13:16:35.581+05:302013-01-07T13:16:35.581+05:30
कारों की पूलइंग करके कुछ लोड कम किया जा सकता है ....<br />कारों की पूलइंग करके कुछ लोड कम किया जा सकता है .उपलब्ध स्पेस का बहुलांश भी ये निजी वाहन ही ले रहें हैं जिनमें आदमी कम स्वान ज्यादा मटरगश्ती करतें हैं .एक कार में एक आदमी क्यों <br /><br />चलता है .बस स्टाप से सवारी उठाए ,नागर प्रशासन इस प्रबंध को वैधानिकता दे .आप अपनी मंजिल तक ही जाइये वाहन तक जो आये उससे वाजिब दाम ले लें .नाम भर के लिए ही सही एक स्वस्थ <br /><br />परम्परा आगे बढे .परिवार के साथ जब जाएँ सालिम जाएँ वह आपका निजी मामला है .अकेला ड्राइवर/वाहन चालक क्यों दिखे .समस्या पूर शहर की है शहर को ही मिलजुल के सुलझानी होगी . virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-18201812279032612192013-01-07T10:46:06.603+05:302013-01-07T10:46:06.603+05:30imagine the day when we'll exhaust all diesel ...imagine the day when we'll exhaust all diesel n petrol..<br />what will happen to all these automobiles :O <br />Jyoti Mishrahttps://www.blogger.com/profile/01794675170127168298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-51173739623625155682013-01-07T09:45:30.870+05:302013-01-07T09:45:30.870+05:30हमारे शहर का ट्रैफिक तो बहुत सुन्दर है, दराल साहब ...हमारे शहर का ट्रैफिक तो बहुत सुन्दर है, दराल साहब से असहमत :) पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-38245366262237861262013-01-07T09:45:09.558+05:302013-01-07T09:45:09.558+05:30हमारे शहर का ट्रैफिक तो बहुत सुन्दर है, दराल साहब ...हमारे शहर का ट्रैफिक तो बहुत सुन्दर है, दराल साहब से असहमत :) पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-89071306810709210112013-01-06T15:04:43.546+05:302013-01-06T15:04:43.546+05:30लगता है बेंगलुरु न्युयोर्क बनने लगा है जहां लोग अप...लगता है बेंगलुरु न्युयोर्क बनने लगा है जहां लोग अपनी कारों में बाहर निकलने में सकुचाते हैं .पार्किंग एक नागर समस्या है जो शहरों के बे तहाशा <br /><br />फैलाव के बाद भी बढती गई है .एक घर में मध्यम वर्गीय कई कई वाहन हैं पेट्रोल डीज़ल चालित .जन परिवहन को सशक्त करके कारों को शुरू में सीमित फिर बाधित करना होगा .आर्थिक व्यवस्था भी सुधरेगी .<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-38754133340801854352013-01-06T14:14:43.456+05:302013-01-06T14:14:43.456+05:30सिंगापुर में इस समस्या से निबटने के लिए गाड़ी खरीदन...सिंगापुर में इस समस्या से निबटने के लिए गाड़ी खरीदने पर इतना भारी भरकम टैक्स लिया जाता है कि लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें। वैसे चीन में तो साइकिलें भी काफी तादाद में चलती हैं। भविष्य में भारत में भी ऐसे दृश्य देखने को मिल सकते हैं।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-42567292175990911972013-01-06T14:04:49.641+05:302013-01-06T14:04:49.641+05:30ट्राफिक की चरमराती व्यवस्था अब पूरे देश की समस्या ...ट्राफिक की चरमराती व्यवस्था अब पूरे देश की समस्या बन चुकी है क्या किया जा सकता है .....हम तो सिर्फ मत दे सकते हैं ।Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-19325063420974474252013-01-06T14:03:47.731+05:302013-01-06T14:03:47.731+05:30ट्राफिक की चरमराती व्यवस्था अब पूरे देश की समस्या ...ट्राफिक की चरमराती व्यवस्था अब पूरे देश की समस्या बन चुकी है क्या किया जा सकता है .....हम तो सिर्फ मत दे सकते हैं ।Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-44270987778557372392013-01-06T13:58:03.483+05:302013-01-06T13:58:03.483+05:30अब तो हर शहर का यही हाल है ... जनता ओर पुलिस दोनों...अब तो हर शहर का यही हाल है ... जनता ओर पुलिस दोनों का काम ऐसे ही चलता है ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-16502529706550201882013-01-06T12:06:17.262+05:302013-01-06T12:06:17.262+05:30सही कहा है आपने!!सही कहा है आपने!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-22902552538518223352013-01-06T11:51:07.548+05:302013-01-06T11:51:07.548+05:30जी, यहाँ प्रतिदिन ७००० वाहनों का पंजीकरण होता है। ...जी, यहाँ प्रतिदिन ७००० वाहनों का पंजीकरण होता है। हाँ यातायात में अनुशासन हो।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-8340008811391418212013-01-06T11:38:58.244+05:302013-01-06T11:38:58.244+05:30हर पांच घर में एक वाहन ! यहाँ तो हर घर में पांच वा...हर पांच घर में एक वाहन ! यहाँ तो हर घर में पांच वाहन हैं। <br />वहां 7000, यहाँ 70 लाख वाहन पंजीकृत हैं। इसलिए पुलिस वाले भी हाथ खड़े कर देते हैं।<br />दिल्ली जैसा गन्दा ट्रैफिक विश्व में शायद ही कहीं हो। फिर भी दिल्ली बस चल रही है। <br />कब तक चलेगी , कह नहीं सकते। डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-10822379784446505122013-01-06T10:59:32.987+05:302013-01-06T10:59:32.987+05:30दिल्ली में भी हालात इतने ही बुरे हैं.दिल्ली में भी हालात इतने ही बुरे हैं.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-15734755217160967302013-01-06T10:50:42.583+05:302013-01-06T10:50:42.583+05:30हमारी गाडी भी दो बार जा चुकी है कांजी-हाउस।हमारी गाडी भी दो बार जा चुकी है कांजी-हाउस।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-68416017822522171232013-01-06T10:24:19.981+05:302013-01-06T10:24:19.981+05:30सभी जगह यही हालात हैं. पर उपाय मुश्किल दिख रहा है ...सभी जगह यही हालात हैं. पर उपाय मुश्किल दिख रहा है आज तो.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-40939179482335591372013-01-06T02:24:17.723+05:302013-01-06T02:24:17.723+05:30ज्यादातर तो पुलिस वालों के लिए यह धन उगाही का जरिय...ज्यादातर तो पुलिस वालों के लिए यह धन उगाही का जरिया है।संतोष पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/06184746764857353641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-21597105776519617752013-01-05T23:11:48.452+05:302013-01-05T23:11:48.452+05:30यदि इसी तरह वाहन बढ़ते रहे तो वो दिन दूर नहीं जब सड़...यदि इसी तरह वाहन बढ़ते रहे तो वो दिन दूर नहीं जब सड़कों पर वाहन ले जाने के लिए ठीक वैसे ही लाइन लगानी पड़ेगी जैसे देश के कई शहरों में ऑटो वाले सवारियां बिठाने के लिए लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते है !Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-80260264674354961142013-01-05T22:47:38.585+05:302013-01-05T22:47:38.585+05:30Mumbai is worst. In delhi due to presence of Polit...Mumbai is worst. In delhi due to presence of Politicians roads are good and metro rail work had been completed in rapid pace. For Mumbai no politician supports. There is no place. Phew!Vishal Rathodhttps://www.blogger.com/profile/15364692809486387555noreply@blogger.com