tag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post6810335041977147714..comments2024-03-17T19:33:00.050+05:30Comments on न दैन्यं न पलायनम्: हे विधाता !प्रवीण पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comBlogger68125tag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-28400178645695203092011-10-13T02:58:05.209+05:302011-10-13T02:58:05.209+05:30पढकर अच्छा नहीं लगा। पीडा हुई। अपने दुख में मुझे ...पढकर अच्छा नहीं लगा। पीडा हुई। अपने दुख में मुझे भी साथ समझें। ईश्वर हिमांषुजी की आत्मा को स्वयम् में लीन करें। आप हिम्मत रखिएगा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-36406348845206258662011-10-01T21:33:56.279+05:302011-10-01T21:33:56.279+05:30आज भी विश्वास नहीं होता...सतत ईमेल से संपर्क रहा.....आज भी विश्वास नहीं होता...सतत ईमेल से संपर्क रहा...फोन पर बातचीत रही..पिछले दिनों एक गज़ल पर कुछ सुधार करने की सलाह के साथ उन्होंने भेजा था...और कहा था कि सुधार कर वापस उन्हें नया स्वरुप दिखा दूँ...ड्राफ्ट में सलाहानुसार सुधारा वर्जन पड़ा है भेजने की राह तकता....शायद ही कभी उसे डिलीट कर पाऊँगा जानते हुए भी कि अब वो भेजी नहीं जा सकती....<br /><br /><br />ईश्वर हिमांशु मोहनजी की आत्मा को शांति दे ...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-74403822558674314932011-10-01T07:55:47.049+05:302011-10-01T07:55:47.049+05:30हिमांशु जी हम लोगों के सीनियर थे.. एक बार तो वाह्य...हिमांशु जी हम लोगों के सीनियर थे.. एक बार तो वाह्य परीक्षक के रूप में भी आये थे. जे के इंस्टीट्यूट में... <br />उस समय तक मुझे इनके बार में ज्यादा जानकारी नही थी कि ये ब्लॉग जगत में भी सक्रिय हैं. <br />उस दिन पहली बार इनका मेल आया तब से इनसे जुड़ने का मौका मिला. <br />अभी कुछ दिन पहले सम्पन्न हुए एक मिलन समारोह में उन्होंने अपने शब्दों से सबके चेहरे पर मुस्कान बिखेरी थी. <br /><br />:(Manishhttps://www.blogger.com/profile/01119933481214029375noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-53534018967013621902011-09-30T14:26:30.447+05:302011-09-30T14:26:30.447+05:30विनम्र श्रद्धांजलि (विनम्र श्रद्धांजलि (निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-44015296234560223472011-09-30T10:20:12.275+05:302011-09-30T10:20:12.275+05:30GN Shaw ji की प्राप्त टिप्पणी
सर बहुत ही दुखद घटन...GN Shaw ji की प्राप्त टिप्पणी<br /><br />सर बहुत ही दुखद घटना ! भगवान हिमांशु मोहनजी के आत्मा को शांति दे ! विनम्र श्रद्धांजलिप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-12085824577509358882011-09-29T23:56:35.347+05:302011-09-29T23:56:35.347+05:30हिमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजलि।
विवेक जैन vivj2...हिमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजलि।<br /><a href="http://vivj2000.blogspot.com/" rel="nofollow"><b> विवेक जैन </b><i>vivj2000.blogspot.com</i></a>Vivek Jainhttps://www.blogger.com/profile/06451362299284545765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-67661319855684917972011-09-29T22:11:51.125+05:302011-09-29T22:11:51.125+05:30जब सब परिचित यही विचार संचारित करने लगें तो संभवतः...जब सब परिचित यही विचार संचारित करने लगें तो संभवतः ईश्वर को भी अधिक कठिनाई नहीं हुयी हो, हिमांशुजी को अपना आत्मीय सहचर बनाने में। तब पहले ही आगाह कर देना था कि अधिक प्रेम घातक है। प्रवीण जी बच्चा जब प्रसवित होता है रोता है .मृत्यु की पीड़ा का यह बोध उसे जन्म लेते वक्त ही हो जाता है .कबीर दास कहतें हैं -तिफली के रोने का भेद खुला है भेद बादे मार्ग ,आगाज़ में ही रोये थे अंजाम के लिए .यहाँ बादे मर्ग(मौत के बाद )और तिफली (जीव आत्मा यानी नवजात के लिए प्रयुक्त हुआ है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-77919701716932152332011-09-29T17:41:17.455+05:302011-09-29T17:41:17.455+05:30बेहद ही दुखद ..हिमांशु जी के आकस्मिक देहावसान ...बेहद ही दुखद ..हिमांशु जी के आकस्मिक देहावसान से उत्पन्न रिक्तता ..बेहद ही अपूरणीय ..हिमांशु जी को अश्रु पूरित श्रद्धा सुमन अर्पित....परमेश्वर उन्हें अलौकिक शान्ति प्रदान करें.........हे राम !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16174745947449762169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-60873201039375979252011-09-29T15:36:32.599+05:302011-09-29T15:36:32.599+05:30विश्वास ही नहीं होता अब भी, की अब हम कभी भी , उनको...विश्वास ही नहीं होता अब भी, की अब हम कभी भी , उनको देख नहीं पाएँगे . वो चिरपरिचित मुस्कान खो गयी सदा के लिए. ऐसा लगता है जैसे किसी कार्यवश कहीं बाहर गए होंगे और जल्दी ही लौट आएँगे. मन मानने को तैयार ही नहीं की हिमांशु भैया नहीं रहे.Lata R. Ojhahttps://www.blogger.com/profile/16806037552650200993noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-29508036239822965392011-09-29T13:20:31.632+05:302011-09-29T13:20:31.632+05:30हिमांशु जी जहां रहें सानंद रहें .पुष्पांजलि अर्पण ...हिमांशु जी जहां रहें सानंद रहें .पुष्पांजलि अर्पण वीरुभाई का .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-59343401218890139852011-09-29T12:48:38.253+05:302011-09-29T12:48:38.253+05:30प्रभु हिमांशु जी की आत्मा को शान्ति और परिवार को द...प्रभु हिमांशु जी की आत्मा को शान्ति और परिवार को दुःख सहने की हिम्मत दे ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-74644897441595449662011-09-29T09:20:45.936+05:302011-09-29T09:20:45.936+05:30हिमांशु जी को हार्दिक श्रद्धांजलि !हिमांशु जी को हार्दिक श्रद्धांजलि !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-18042947225902167982011-09-29T08:25:59.091+05:302011-09-29T08:25:59.091+05:30हिमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजलि !हिमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजलि !मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-35724381027372937472011-09-29T06:29:39.373+05:302011-09-29T06:29:39.373+05:30बहुत बड़ा आघात पहुंचा है इस पोस्ट को देख कर …
बहु...बहुत बड़ा आघात पहुंचा है इस पोस्ट को देख कर … <br />बहुत दुःखी हूं <br />… … …<br /><br /><br /><br />वे गुणी रचनाकार थे इस नाते मेरा उनके प्रति विशिष्ट रिश्ता बना हुआ था …<br /><br /># <b>मात्र 10 दिन पहले 19 सितंबर को प्राप्त हिमांशुजी की मेल </b><br /><br />¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤<br /><br />from HIMANSHU MOHAN himanshu27@gmail.com<br />reply-to himanshu27@gmail.com<br />to Rajendra Swarnkar <br />date Mon, Sep 19, 2011 at 10:13 AM<br />subject Re: आशा है , सपरिवार स्वस्थ-सानन्द होंगे ।<br />mailed-by gmail.com<br />signed-by gmail.com<br /> Important mainly because you often read messages with this label.<br />hide details Sep 19 (10 days ago)<br /><b> प्रिय राजेन्द्र जी,<br />नमस्कार। आपकी आत्मीयता के लिये आभारी हूँ। कुछ व्यस्तताएँ इस क़दर रहीं, और मन उचाट रहा तो ब्लॉगजगत से दूर ही रहा। अभी 8 अगस्त से फ़ेसबुक पर लौटा हूँ, इसका तो एकाउण्ट ही डि-एक्टिवेट कर दिया था।<br />ईश्वर ने चाहा तो जल्दी ही फिर सक्रिय होता हूँ।<br />सादर-सस्नेह आपका,<br />हिमान्शु मोहन </b><br />- Show quoted text -<br />-- <br />हिमान्शु मोहन || Himanshu Mohan<br />http://sukhanvar.blogspot.com<br />http://sangam-teere.blogspot.com<br /><br />¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤<br /><br /><br /><b> हिमांशु मोहन जी को अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि !<br />ईश्वर उनके शोक-संतप्त परिवार को यह अपूरणीय क्षति और असहनीय दुःख सहने की सामर्थ्य दे………</b>Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-54267550909737054862011-09-29T05:07:59.028+05:302011-09-29T05:07:59.028+05:30विनम्र श्रद्धांजलि!विनम्र श्रद्धांजलि!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-12908752199656202292011-09-29T03:09:28.302+05:302011-09-29T03:09:28.302+05:30भाई प्रवीनी जी मैं नहीं जानता कि वे कौन थे लेकिन आ...भाई प्रवीनी जी मैं नहीं जानता कि वे कौन थे लेकिन आपने जिस स्नेह से उनके बारे में लिखा है, कह सकता हूँ कि हमारे बीच से एक सज्जन, सुह्रिदयी , सृजनधर्मा व्यक्ति उठ गया है. इश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिजनों, मित्रों को यह दुःख सहन करने कि शक्ति दें.संतोष पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/06184746764857353641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-80632635254299611902011-09-28T23:55:06.973+05:302011-09-28T23:55:06.973+05:30हिमांशु जी को हार्दिक श्रद्धांजलि.हिमांशु जी को हार्दिक श्रद्धांजलि.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-31202775269626517342011-09-28T23:03:55.072+05:302011-09-28T23:03:55.072+05:30अत्यंत दुखद...
विनम्र श्रद्धांजलि !!!!
कहते हैं ...अत्यंत दुखद...<br /><br />विनम्र श्रद्धांजलि !!!!<br /><br />कहते हैं अच्छे लोगों को भगवान् जल्दी से जल्दी अपने पास बुला साथ रखना चाहते हैं...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-24816083700162669302011-09-28T22:36:48.347+05:302011-09-28T22:36:48.347+05:30कहने के लिये कुछ शब्द ही नहीं मिलता। जिस व्यक्ति क...कहने के लिये कुछ शब्द ही नहीं मिलता। जिस व्यक्ति को आप कॉले़ज युनिवरसीटी के दिनों से जानते हों, फिर एक ही विभाग मे एक ही स्य़ान पर काम करते हों, जिसके पड़ोस मे आप चार साल रहे हो और आपका परिवार और बच्चे आपस मे घुल-मिल गये हों, जिसके साथ सुबह शाम का मिलना हो, हँसी-मजाक हो,क्लब में पार्टियों मे साथ-साथ खूब मस्ती की हो, आप दोनों की पसंद मिलती हो,आप दोनो साथसाथ अपने पसंदीदा गायक गुलाम अली की गजल गुनगनाते हों, दोनो एक दूसरे से होड़ करके मधुशाला व आंसू की पंक्तियाँ यार-दोस्तों को सुनाते हों, उसके चले जाने पर आप क्या व्यक्त कर सकते हैं, शिवाय आप स्तब्ध होकर बस मन को यही यकीन दिलोने की झूठी कोशिश करते रहते हैं कि नही यह सब झूठ है, सब मजाक कर कहे हैं,हिमाँशु सर यही कहीं होगे और अचानक पीछे से आकर मेरे कंधे पर हाथ रखते बोलेगे- यार डीडी चल बाहर लॉन मे चलते हैं,यहाँ हॉल में अंदर बहुत गरमा और उमस सी है,चल कुछ गपशप हो जाय।<br />आप तो मुस्कराते निकल लिये पर भाई साहब हमें बहुत उदास कर गये। कभी आप के साथ अंत्याक्षरी में गाने की यह पंक्तियाँ जो साथ-साथ गाये थे, वह आज आप याद दिला रहे है-<br />दिल के टुकड़े टुकड़े कर के, मुस्कुरा के चल दिये। जाते-जाते ये तो बता जा, हम जियेंगे किसके लिये.देवेंद्रhttps://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-51090110647228052812011-09-28T21:24:24.304+05:302011-09-28T21:24:24.304+05:30हिमांशु जी को हार्दिक श्रद्धांजलिहिमांशु जी को हार्दिक श्रद्धांजलिDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-56235633596783663362011-09-28T21:08:06.374+05:302011-09-28T21:08:06.374+05:30हिंमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजली एवम शोक संतप्त प...हिंमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजली एवम शोक संतप्त परिजनों को ईश्वर धैर्य धारण करने की शक्ति दे.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-64442485699829468452011-09-28T20:47:55.817+05:302011-09-28T20:47:55.817+05:30प्रवीण त्रिवेदी जी के फ़ेस बुक से यह दुखद समाचार म...प्रवीण त्रिवेदी जी के फ़ेस बुक से यह दुखद समाचार मिला था दो दिन पूर्व। हार्दिक श्रद्धांजलि॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-17778540100954852992011-09-28T20:31:00.623+05:302011-09-28T20:31:00.623+05:30हिमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजलिहिमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजलिअनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-21049869130587646872011-09-28T20:21:37.229+05:302011-09-28T20:21:37.229+05:30हिमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पितहिमांशु जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पितAvinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-13213672776713611812011-09-28T20:20:33.654+05:302011-09-28T20:20:33.654+05:30sundar prastuti par badhaayee.sundar prastuti par badhaayee.virendrahttps://www.blogger.com/profile/04712371784074299182noreply@blogger.com