tag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post1996688634169799207..comments2024-03-17T19:33:00.050+05:30Comments on न दैन्यं न पलायनम्: तानपुरा और जीवनप्रवीण पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comBlogger86125tag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-21215159144219870802011-02-09T07:57:48.898+05:302011-02-09T07:57:48.898+05:30@ नरेश सिह राठौड़
तानपुरा तो जीवन का आधार है, इसी ...@ नरेश सिह राठौड़<br />तानपुरा तो जीवन का आधार है, इसी प्रकार हमारे संस्कार भी हमारी निर्णय प्रक्रिया के आधार हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-49048421948680264442011-02-02T19:21:44.783+05:302011-02-02T19:21:44.783+05:30आप छोटी छोटी चीजों को जीवन दर्शन से जोड़ कर देख लेत...आप छोटी छोटी चीजों को जीवन दर्शन से जोड़ कर देख लेते है|naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-10209246425554562852011-02-02T15:29:07.954+05:302011-02-02T15:29:07.954+05:30@ anupama's sukrity !
तानपुरा तो स्तम्भ है संग...@ anupama's sukrity !<br />तानपुरा तो स्तम्भ है संगीत का। राग का नाम भूपाली है, ठीक कर लिया है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-81283559558074105432011-02-02T10:09:41.910+05:302011-02-02T10:09:41.910+05:30पता नहीं कैसे आपकी ये पोस्ट पहले नहीं पढ़ी .बहुत र...पता नहीं कैसे आपकी ये पोस्ट पहले नहीं पढ़ी .बहुत रोचक है .तानपुरा तो आधारस्तंभ है संगीत का .उससे उपजे स्वर ही गायक के हृदय के तार झंकृत कर देते हैं और उसी आधार पर पूरा सुरीला संगीत उत्पन्न होता है .जहाँ तक मुझे ज्ञात है राग का नाम भूपाली है भोपाली नहीं कृपया सुधार कर लीजियेगा .Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-18776280169594307542011-01-31T21:41:12.062+05:302011-01-31T21:41:12.062+05:30@ दिगम्बर नासवा
जीवन और तानपुरे, दोनों में संगीत ह...@ दिगम्बर नासवा<br />जीवन और तानपुरे, दोनों में संगीत है और प्रवाह है। यही समानता उभर आयी संभवतः।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-42552544567363586912011-01-30T16:35:35.421+05:302011-01-30T16:35:35.421+05:30तान्पुरा और जीवन ... दोनो में एकरूपता है ...
ये आ...तान्पुरा और जीवन ... दोनो में एकरूपता है ... <br />ये आपकी खूबी है विषय को प्रभावी तरह से उठा कर जीवन के गूड़ रहस्यों तक ले जाते हैं ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-88663034237913089642011-01-29T16:14:01.511+05:302011-01-29T16:14:01.511+05:30@ mahendra verma
जिस प्रकार तानपुरा संगीत का आधार ...@ mahendra verma<br />जिस प्रकार तानपुरा संगीत का आधार निश्चित करता है, संस्कार और जीवन शैली जीवन का आधार निश्चित करते हैं। संभवतः यही संयोग दोनों को एक साथ ले आया।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-91826555360716128332011-01-29T11:22:10.643+05:302011-01-29T11:22:10.643+05:30भारतीय शास्त्रीय संगीत की आत्मा का ही दूसरा नाम ता...भारतीय शास्त्रीय संगीत की आत्मा का ही दूसरा नाम तानपूरा है। सभी प्रकार के शास्त्रीय वादन और गायन में तानपूरे का प्रयोग अनिवार्य है। <br /><br />तानपूरे को प्रतीक के रूप में लेकर आपने व्यक्ति और समाज के चिंतन प्रवाह रूपी तानपूरे की विषद और गूढ़ विवेचना की है आपने।<br />प्रवीण जी, आपका लेखन मुझे प्रभावित करता है। <br />उच्च स्तरीय चिंतन से उपजे इस आलेख के लिए बधाई।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-9615871169316206682011-01-28T22:17:40.106+05:302011-01-28T22:17:40.106+05:30@ शोभना चौरे
तानपुरे के स्वरों में जिस ध्यान में ...@ शोभना चौरे <br />तानपुरे के स्वरों में जिस ध्यान में डूबना होता है, दर्शन स्वयं आ जाता है।<br /><br />@ मेरे भाव<br />तभी तो कहा जाता है कि हम सबके स्वर मिलें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-24196334742443148702011-01-28T15:02:07.305+05:302011-01-28T15:02:07.305+05:30उन तानपुरों से कितना मिलता जुलता है, हम सबका जीवन....उन तानपुरों से कितना मिलता जुलता है, हम सबका जीवन......<br /><br />गहन दृष्टि. अनूप अवलोकन. आभारमेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-54367829066626220092011-01-28T14:09:55.958+05:302011-01-28T14:09:55.958+05:30तानपुरा और दर्शन का सुन्दर समन्वय शब्द सयोजन के सा...तानपुरा और दर्शन का सुन्दर समन्वय शब्द सयोजन के साथ |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-18588573943191123492011-01-27T21:25:26.259+05:302011-01-27T21:25:26.259+05:30@ रंजना
जीवन का आधार संगीत के आधार के जैसा ही है।
...@ रंजना<br />जीवन का आधार संगीत के आधार के जैसा ही है।<br /><br />@ Meenu Khare<br />तानपुरा तो संगीत का आधार है, उसी से जीवन का आधार निकल आया।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-260241608588184772011-01-27T21:23:20.062+05:302011-01-27T21:23:20.062+05:30@ sanjay jha
तानपुरे की आवृत्ति में सारे वाद्ययन्त...@ sanjay jha<br />तानपुरे की आवृत्ति में सारे वाद्ययन्त्र मिलकर बजते हैं। हम सब भी इसी तरह मिलकर बजें देश के विकास में।<br /><br />@ देवेन्द्र पाण्डेय<br />हम तो जीवन संगीत में डूब गये थे, यह दर्शन तो स्वयं ही आ गया।<br /><br />@ ज्ञानचंद मर्मज्ञ <br />जीवन संगीतमयी है।<br /><br />@ विष्णु बैरागी<br />तानपुरे के साथ सबको सुर मिलाते देख, देश के लिये वह प्रयास दिख गये जो व्याप्त कर्कशता को दूर कर सकते हैं। <br /><br />@ chirag<br />बहुत धन्यवाद आपका।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-79121599348190057712011-01-27T21:16:20.959+05:302011-01-27T21:16:20.959+05:30@ sada
संगीत को जीवन में देखने का प्रयास भर है, य...@ sada <br />संगीत को जीवन में देखने का प्रयास भर है, यह लेख।<br /><br />@ anshumala<br />बहुत धन्यवाद आपका।<br /><br />@ ashish<br />तानपुरे सुनते सुनते ध्यान की स्थिति आ जाती है।<br /><br />@ रश्मि प्रभा...<br />कोई भी कार्य करने के पहले संस्कार से मिलान कर देखता है यह मन।<br /><br />@ rashmi ravija<br />मैं प्रार्थना करूँगा कि अब ऑडियो भी लगायें सन्तोष जी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-22526603075436302712011-01-27T21:15:30.604+05:302011-01-27T21:15:30.604+05:30बहुत सुंदर लेखन.विषय-वस्तु के साथ लेखन कौशल भी पसं...बहुत सुंदर लेखन.विषय-वस्तु के साथ लेखन कौशल भी पसंद आया.तानपुरे जैसी चीज़ पर भी इतनी वृहद विवेचना लिखी जा सकती है यह देख कर सुखद आश्चर्य हुआ.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-65968149804751564432011-01-27T21:10:46.526+05:302011-01-27T21:10:46.526+05:30@ santoshpandey
आपकी बाँसुरी के स्वर याद आ रहे है...@ santoshpandey <br />आपकी बाँसुरी के स्वर याद आ रहे हैं। <br /><br />@ वाणी गीत<br />हमें अपने राष्ट्र की आवृत्ति प्रगति मार्ग में स्थिर करनी होगी।<br /><br />@ अशोक बजाज <br />बहुत धन्यवाद आपका।<br /><br />@ Mithilesh dubey<br />बहुत धन्यवाद और बधाई।<br /><br />@ Dr. shyam gupta<br />तानपुरे का उपयोग संगीत की नींव का निर्माण करता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-34004612428276165572011-01-27T21:05:32.893+05:302011-01-27T21:05:32.893+05:30@ राज भाटिय़ा
बहुत धन्यवाद आपका।
@ क्षितिजा ....
...@ राज भाटिय़ा<br />बहुत धन्यवाद आपका।<br /><br />@ क्षितिजा ....<br />तानपुरे ने तो सम्मोहित कर लिया था। वह गूँज अब तक कानों में गूँज रही है।<br /><br />@ डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक"<br />आपको भी बहुत शुभकामनायें।<br /><br />@ Minakshi Pant<br />स्वागत है आपका, बहुत धन्यवाद।<br /><br />@ "पलाश"<br />आपको भी बधाई।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-47752117986384740082011-01-27T21:00:57.207+05:302011-01-27T21:00:57.207+05:30@ संगीता स्वरुप ( गीत )
जीवन के संगीत में सुरों का...@ संगीता स्वरुप ( गीत )<br />जीवन के संगीत में सुरों का महत्व तो है ही।<br /><br />@ cmpershad<br />बड़ा आनन्दमयी है आपका तानपुरा।<br /><br />@ हरकीरत ' हीर'<br />संगीतमयी जीवन में यही आनन्द बना रहे।<br /><br />@ निशांत मिश्र - Nishant Mishra<br />तब तो बहुत पास से देखा है आपने तानपुरे का जीवन।<br /><br />@ Patali-The-Village<br />बहुत धन्यवाद आपका।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-48253893269896184342011-01-27T20:56:56.648+05:302011-01-27T20:56:56.648+05:30@ Avinash Chandra
संभवतः भीमसेन जोशी के निधन से ता...@ Avinash Chandra<br />संभवतः भीमसेन जोशी के निधन से तानपुरा भी स्तब्ध है। उनके योगदान को शतशत नमन।<br /><br />@ Shilpa<br />आपका स्वागत और बहुत बहुत धन्यवाद।<br /><br />@ भारतीय नागरिक - Indian Citizen <br />इसके स्वर भी वैसे ही मौलिक हैं।<br /><br />@ G.N.SHAW<br />हम सबके सुर अन्य तानपुरों से मिले रहें।<br /><br />@ संजय भास्कर<br />आपको भी बहुत बधाईयाँ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-10016921734209883562011-01-27T20:52:42.127+05:302011-01-27T20:52:42.127+05:30@ mukes agrawal
आपको भी बधाई हो।
@ Rahul Singh
व...@ mukes agrawal<br />आपको भी बधाई हो।<br /><br />@ Rahul Singh <br />वह लेख अब पढ़ते हैं, तानपुरे के बारे में।<br /><br />@ shikha varshney<br />तभी तो दिवंगत भीमसेन जोशी गाते रहे कि मिले सुर मेरा तुम्हारा। उनको श्रद्धांजलि।<br /><br />@ सुशील बाकलीवाल<br />बहुत धन्यवाद आपका।<br /><br />@ उपेन्द्र ' उपेन '<br />बहुत धन्यवाद आपका।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-68456662878684674942011-01-27T20:47:02.985+05:302011-01-27T20:47:02.985+05:30@ Sawai Singh Raj.
आपको भी बहुत शुभकामनायें।
@ पी...@ Sawai Singh Raj.<br />आपको भी बहुत शुभकामनायें।<br /><br />@ पी.सी.गोदियाल "परचेत"<br />बहुत धन्यवाद आपका।<br /><br />@ संजय @ मो सम कौन ? <br />तानपुरा सदा ही दृष्टि में आता रहा है, उसके विषय का सच में जानकर मुझे अच्छा लगा, वही आपसे भी बाँटा। <br /><br />@ Kailash C Sharma <br />बहुत धन्यवाद आपका।<br /><br />@ चला बिहारी ब्लॉगर बनने<br />यदि देश के सुन सांस्कृतिक तानपुरे के अनुसार बजने लगे तो देश सुधर जायेगा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-77034829949414060422011-01-27T19:41:57.040+05:302011-01-27T19:41:57.040+05:30@ G Vishwanath
सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक तानपुरा, सुन...@ G Vishwanath<br />सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक तानपुरा, सुना है बंगलोर में ही आया था। अब अकेले बैठकर स्वरसंधान किया जा सकता है। संतोषजी से प्रर्थना करता हूँ कि बाँसुरी वादन के कुछ अंश लगाऊँगा। आपके बाँसुरी वादन के ट्रैक भी लगाने हैं, ब्लॉग में।<br /><br />@ Coral <br />बहुत धन्यवाद आपका।<br /><br />@ ana <br />संगीत के ऊँचे भवनों के लिये गहरी नींव आवश्यक है।<br /><br />@ : केवल राम : <br />जीवन का तत्व दिख ही जाता है संगीत में।<br /><br />@ SEPO <br />इससे संगीत साधना एकांत में भी की जा सकती है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-59609395945812855732011-01-27T19:35:11.193+05:302011-01-27T19:35:11.193+05:30@ महेन्द्र मिश्र
आपको भी शुभकामनायें।
@ दिनेशराय...@ महेन्द्र मिश्र <br />आपको भी शुभकामनायें।<br /><br />@ दिनेशराय द्विवेदी Dineshrai Dwivedi<br />सुदृढ़ गायन के लिये तानपुरे के स्वरों की नींव आवश्यक है।<br /><br />@ honesty project democracy <br />आपने ईमानदारी का तानपुरा बजा रखा है, भ्रष्टाचारियों के स्वर कर्कश लगने लगे हैं। <br /><br />@ निर्मला कपिला<br />तानपुरे का स्वर भी बहुत सुन्दर है।<br /><br />@ संतोष त्रिवेदी <br />संगीत के रस में ज्ञान का काम, हम तो ज्ञान में ही उलझ गये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-13246793729811528102011-01-27T19:30:37.756+05:302011-01-27T19:30:37.756+05:30@ Udan Tashtari
तानपुरे का स्वर कान में पड़ते ही ...@ Udan Tashtari <br />तानपुरे का स्वर कान में पड़ते ही मन आध्यात्मिक स्थिति में पहुँच जाता है।<br /><br />@ Vivek Rastogi<br />आप तो बाँसुरी सुनने भी आ सकते हैं।<br /><br />@ dhiru singh {धीरू सिंह} <br />बड़ा भोंपू भी स्वर संयमित करता है बैण्ड बाजे में।<br /><br />@ Smart Indian - स्मार्ट इंडियन <br />बहुत धन्यवाद आपका।<br /><br />@ ZEAL <br />बहुत धन्यवाद आपका।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-58607958215368574742011-01-27T19:25:38.882+05:302011-01-27T19:25:38.882+05:30@ Rajesh Kumar 'Nachiketa'
तानपुरे का अस्...@ Rajesh Kumar 'Nachiketa' <br />तानपुरे का अस्तित्व जीवन में अनुभव तब होता है जब कोई अटपटा कार्य किये जाने से ही मन में कर्कशता का अनुभव होने लगता है। <br /><br />@ Bhushan<br />ध्यान का इससे उत्तम साधन संभवतः नहीं होगा संगीत में। एक आवृत्ति में स्थिर हो जाना।<br /><br />@ डॉ॰ मोनिका शर्मा <br />अमेरिका में ठीक लगने वाले कार्य यहाँ अटपटे लगने लगते हैं, वही अन्य देशों के लिये भी सच है। सबके तानपुरे अलग अलग है।<br /><br />@ ललित शर्मा <br />बुद्धत्व का उद्भव छिपा है तानपुरे में।<br /><br />@ Arvind Mishra<br />आज तानपुरा भी देशभक्ति की आवृत्ति में स्थित है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com