tag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post1140854795886563297..comments2024-03-17T19:33:00.050+05:30Comments on न दैन्यं न पलायनम्: वोडाफोन के वोप्रवीण पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comBlogger52125tag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-61726930193395466072012-06-24T10:18:48.488+05:302012-06-24T10:18:48.488+05:30bahut acchha,bahut acchha,Kshubham mobilehttps://www.blogger.com/profile/16367805046614821935noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-14502222041076212262012-06-12T17:32:43.343+05:302012-06-12T17:32:43.343+05:30'वो ' जब कवि/लेखक हो तो रवि से भी अतुलनीय....'वो ' जब कवि/लेखक हो तो रवि से भी अतुलनीय..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-62716569302205511662012-06-12T11:39:42.773+05:302012-06-12T11:39:42.773+05:30:):)अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-53790326624626338152012-06-08T21:20:25.329+05:302012-06-08T21:20:25.329+05:30aapka yah aalekh bahut hi badhiya v ruchkar laga
b...aapka yah aalekh bahut hi badhiya v ruchkar laga<br />badhai<br />poonamपूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-80451330177158843642012-06-08T19:40:30.683+05:302012-06-08T19:40:30.683+05:30यह एक विशुद्ध गंभीर विषय है, हास्य से कोसों दूर। क...यह एक विशुद्ध गंभीर विषय है, हास्य से कोसों दूर। कृपया तेज हँसकर हम गृहस्थों की ध्यानस्थ अवस्था में विघ्न न डालें। हाँ, यदि हँसी न रुके तो मन ही मन हँस लें, क्योंकि मन ही मन हँसने से कभी किसी की भावनायें आहत नहीं होती। जहाँ औरों के ऊपर हँसना आनन्द देता है, अपने ऊपर हँसना परमानन्द। यदि अविवाहित हैं तो विवाहितों में अपना भविष्य देख कर हँसिये, यदि विवाहित हैं तो आपको हर अवस्था में आनन्द मिलेगा, दुख की तलहटी छूने के बाद तो सुख के अतिरिक्त कुछ शेष भी नहीं रहता है।<br /><br />अभी सुख है, अभी दुःख है, अभी क्या था ,अभी क्या है ,<br />जहां दुनिया बदलती है ,उसी का नाम दुनिया है .<br />अजी ,ओजी ,वो ,एजी बनके भी देखा ,<br />मगर उसमे भी धोखा है .<br />कृपया यहाँ भी पधारें -<br />फिरंगी संस्कृति का रोग है यह<br />प्रजनन अंगों को लगने वाला एक संक्रामक यौन रोग होता है सूजाक .इस यौन रोग गान' रिया(Gonorrhoea) से संक्रमित व्यक्ति से यौन संपर्क स्थापित करने वाले व्यक्ति को भी यह रोग लग जाता है .<br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/<br /><br />ram ram bhai<br />शुक्रवार, 8 जून 2012<br />जादू समुद्री खरपतवार क़ा<br />बृहस्पतिवार, 7 जून 2012<br />कल का ग्रीन फ्यूल होगी समुद्री शैवाल<br />http://veerubhai1947.blogspot.in/virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-33817012809313517952012-06-08T15:50:25.089+05:302012-06-08T15:50:25.089+05:30भाई साहब यथार्थ तो यही है पर आपने उसे एक विशेष नाम...भाई साहब यथार्थ तो यही है पर आपने उसे एक विशेष नाम देकर इस संसार के सभी वो लोगों के खाते में एक खास विशेषण जोड़ दिया है।आप का लेख पढ़कर अब तो हरबात मे स्वयं के अंदर भी वोडाफोन के वो की ही परछाईं नजर आ रही है। अब तो यही कहना पड़ेगा आपने तो इस संसार के सभी वो लोगों को कहीं का नहीं छोड़ा । <br /><br />हाँ अब तो आपके टी-सर्ट पर खास ध्यान देना पड़ेगा।<br /><br />चलते चलते- इतने सुंदर व चटपटे लेख के लिये विशेष बधाई ।देवेंद्रhttps://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-80363570804668042992012-06-08T14:06:59.555+05:302012-06-08T14:06:59.555+05:30'वो ' बन ,वो बिन गति न होय ,
प्राणि सिसक ...'वो ' बन ,वो बिन गति न होय ,<br />प्राणि सिसक सिसक के रोय.virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-5808147946743231522012-06-07T21:01:31.192+05:302012-06-07T21:01:31.192+05:30अच्छा पति बनने के गुर तो बताया आपने लेकिन काफी कुछ...अच्छा पति बनने के गुर तो बताया आपने लेकिन काफी कुछ छिपा भी गए. बहरहाल, अच्छा व्यंग्य.संतोष पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/06184746764857353641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-90422871163710356392012-06-07T20:52:46.275+05:302012-06-07T20:52:46.275+05:30"यह एक विशुद्ध गंभीर विषय है"
विषय की गं..."यह एक विशुद्ध गंभीर विषय है"<br />विषय की गंभीरता को बड़ी गंभीरता से अवशोषित किया. नुस्खे अचूक हैं 'वोडाफोन' से जुड़े न जुड़े पर कहीं न कहीं जुड़ाव तो होगा हीM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-39289051337472932422012-06-07T17:23:00.177+05:302012-06-07T17:23:00.177+05:30बहुत ही सुन्दरबहुत ही सुन्दरVIJAY KUMAR VERMAhttps://www.blogger.com/profile/06898153601484427791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-19312704056896625912012-06-07T10:46:26.247+05:302012-06-07T10:46:26.247+05:30वोडा फोन के वो ..... रोचक प्रस्तुतीकरण .....वोडा फोन के वो ..... रोचक प्रस्तुतीकरण .....संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-3633605309653837782012-06-07T10:29:44.577+05:302012-06-07T10:29:44.577+05:30:-):-)नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-64374856025469732392012-06-07T06:52:53.660+05:302012-06-07T06:52:53.660+05:30क्या मानक है वोडाफोन का वो होना ...कोई अजनबी दिखा ...क्या मानक है वोडाफोन का वो होना ...कोई अजनबी दिखा नहीं कि भौंकना शुरू , कभी कभी किसी परिचित को देखकर भी :):)<br />रोचक !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-82150290794579691892012-06-06T23:40:00.515+05:302012-06-06T23:40:00.515+05:30वोडाफोन के वो और ऐसे उच्चस्तरीय मानक , सदा बने रहे...वोडाफोन के वो और ऐसे उच्चस्तरीय मानक , सदा बने रहें डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-13966074612189671892012-06-06T23:02:41.113+05:302012-06-06T23:02:41.113+05:30अब का कहें महाराज ... हमारा फेसबूक स्टेटस देख लीजि...अब का कहें महाराज ... हमारा फेसबूक स्टेटस देख लीजिएगा ... सब साफ हो जाएगा !<br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/06/blog-post_06.html" rel="nofollow">इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - रुपये की औकात बता दी योजना आयोग ने - ब्लॉग बुलेटिन </a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-63559443303168163242012-06-06T20:59:39.628+05:302012-06-06T20:59:39.628+05:30वोडाफोन के ज़माने में हम तो बुड्ढ़ा फोन हो गए हैं।...वोडाफोन के ज़माने में हम तो बुड्ढ़ा फोन हो गए हैं। <br />मतलब थोड़ा और स्पष्ट कर दूं कि आजकल भी बी.एस.एन.एल. ही बने हैं। न काम का न काज का ...मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-80986643154982885182012-06-06T20:58:11.932+05:302012-06-06T20:58:11.932+05:30हास्य व्यंग के क्षेत्र में अच्छा प्रयास है .हास्य व्यंग के क्षेत्र में अच्छा प्रयास है .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-50665771411596781812012-06-06T20:35:56.827+05:302012-06-06T20:35:56.827+05:30पुरस्कार समारोह में ’वो’ का इंट्रोडक्शन :
मेरे &q...पुरस्कार समारोह में ’वो’ का इंट्रोडक्शन :<br /><br />मेरे "वो" कितने उदार हैं गदगद हूँ यह कहते।<br />रानी सी रखते हैं मुझको, स्वयं सचिव से रहते॥करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-85542649992310384052012-06-06T20:34:20.800+05:302012-06-06T20:34:20.800+05:30:-):-)Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-2087927210838972792012-06-06T20:11:33.657+05:302012-06-06T20:11:33.657+05:30Thanks for including my post in this beautiful pie...Thanks for including my post in this beautiful piece of writing :-)SEPOhttps://www.blogger.com/profile/18165767356704947895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-83469134121483178202012-06-06T20:00:51.886+05:302012-06-06T20:00:51.886+05:30"वो" को वोडाफोन के वो के रूप में एक प्रत..."वो" को वोडाफोन के वो के रूप में एक प्रतीकात्मक पहचान मिल गई। अन्यथा यह वो बे-पहचाना ही रह जाता। :)सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-47886181200664837762012-06-06T19:31:28.083+05:302012-06-06T19:31:28.083+05:30वोडोफोन में तो वैसे भी 'वो' समाहित है, आपक...वोडोफोन में तो वैसे भी 'वो' समाहित है, आपकी उपमा बिलकुल सही है।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-72371228117655657772012-06-06T17:09:06.863+05:302012-06-06T17:09:06.863+05:30वो ' और 'एजी' होना सुनना जी बड़ी बात ...वो ' और 'एजी' होना सुनना जी बड़ी बात है .'वो ' होना जीवन को अर्थ देता है सन्दर्भ मुहैया करवाता है जी .कोई तो हो जिसके हम फरमा बरदार हो जिसके आगे दुम हिलाएं .छुट्टा आदमी किस काम जी .खूंटा होना ही नहीं उससे आबद्ध होना छंद बद्ध होना भी ज़रूरी है जी .जीवन में 'मुक्त छंद ' के कोई मायने नहीं होते .'वो 'होना प्रति बद्धता है , कमिटमेंट है .बढ़िया पोस्ट है जी .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-56531834411139903632012-06-06T17:01:44.082+05:302012-06-06T17:01:44.082+05:30:):)Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6890512683366084987.post-73845452549513100212012-06-06T16:47:42.224+05:302012-06-06T16:47:42.224+05:30aanand aa gaya padhkar... "wo"hoon pahle...aanand aa gaya padhkar... "wo"hoon pahle se hi...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.com